छत्तीसगढ़ के यश्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के मनसा अनुरूप जशपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी नरेंद्र सिन्हा के निर्देशन एवम विकासखंड शिक्षा अधिकारी जशपुर लक्षण शर्मा के विशेष मार्गदर्शन में शासकीय प्राथमिक शाला दासडुमरटोली,जशपुर में बसंत पंचमी एवम मातृ पितृ दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया।
इस कार्यक्रम में विद्यालय में अध्ययन करने वाले नन्हे मुन्ने प्यारे विद्यार्थियों ने बसंत पंचमी के पावन अवसर पर ज्ञान की देवी मां शारदा का पूजन अर्चन कर अपने उज्जवल भविष्य के लिए याचना किए तथा स्कूल में अच्छी शिक्षा और विकास एवम सबके अच्छे स्वास्थ की मंगल कामना की। इस विशेष दिवस इसलिए भी खास रहा की पूरे छत्तीसगढ़ में मातृ पितृ दिवस सभी शैक्षणिक संस्थाओं में मनाया गया। दासडूमरटोली विद्यालय के छात्र छात्राओं इस दिवस को विशेष यादगार बनाया, विद्यालय में अध्ययन करने वाले सभी छात्र छात्राओं के अभिभावक बहुत अधिक संख्या में उपस्थित थे गांव में त्यौहार जैसा माहौल बन गया।

मातृ पितृ दिवस इसलिए खास है की सभी छात्र छात्राओं ने अपने मम्मी पापा के सर्व प्रथम चरण धोए और उनका स्वागत किया, तत्पश्चात आरती उतारी ,मम्मी पापा पर फूल बरसाकर उनका आशीर्वाद लिए। के लिए लक चंदन लगा कर उनका आरती उतारते हुए स्वागत किया गया। विद्यालय में पहली बार मातृ पितृ दिवस मनाया गया। इस दिवस एक महत्वपूर्ण बात ये थी बसंत पंचमी के अवसर पर सभी छात्र छात्राओं ने विशेष परिधान में थे लड़के धोती कुर्ता पायजामा व लड़किया साड़ी पहने हुए बहुत ही प्यारे लग रहे थे। विद्यालय में खिचड़ी व टमाटर की चटनी विशेस रूप से तैयार किया गया था, शनिवार एक्टिविटी में दोना पत्तल बनाना सिखाया गया था इस कारण सभी छात्र छात्र छात्राओं ने पतरी व दोना बनाया और उसी में खिचड़ी ग्रहण किए।अपनी संस्कृति को पुनः छात्रों ने जीवित किया संस्कृति और संस्कार मानव जीवन के विषेस। आभूषण हैं जिसको विद्यालय में विशेस रूप से प्राथमिकता दी जाती है।प्राथमिक शाला दास डूमरटोली की प्रधानपाठिका फिरदोश खानम निर्देशानुसार सहायक शिक्षक मुकेश कुमार के नेतृत्व में अभिषेक अंबस्ट जी के विशेष सहयोग से कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के मुकेश कुमार ने किया यह कार्यक्रम टीचिंग नॉन टीचिंग स्टाफ, विद्यार्थियों एवम ग्राम के प्रमुख सज्जनों,विद्यालय के पूर्व छात्र छात्रा की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन के साथ आरंभ हुई, इस अवसर पर विद्यालय के प्रधान पाठिका फिरदौस खानम एवम विद्यालय के शिक्षक ,शिक्षिकाओं, ने मुख्य अतिथि सुशीला देवी, जे. एल. लकड़ा
अभिभावकों एवम नौनिहालों द्वारा मुख्य अतिथि,विशिष्ट अतिथि,कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं विद्यार्थियों ने(स्वयं से बनाया हुआ पुष्पगुच्छ) सभी सज्जनों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन विद्यालय के प्रधान पाठिका फिरदौस खानम के द्वारा किया गया। इस अवसर पर नौनिहालों का मुख्य अतिथि के द्वारा तिलक चंदन लगाकर ,पाठ्यपुस्तक एवम गणवेश देकर विद्यालय में उनका हार्दिक अभिनंदन किया।
इस नए सत्र में संकुल समन्वयक ने अपने संबोधन में विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए तथा नई शिक्षा नीति के अनुरूप विद्यार्थी के ज्ञान का स्तर हो तथा उनके स्तर पर पढ़ने लिखने, विचार अभिव्यक्त करने की क्षमता का विकास हो सके इसके लिए शिक्षकों , अभिभावकों एवम विद्यार्थियों को स्व अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किए।
विद्यालय के प्रधान पाठक श्रीमती फिरदौस खानम ने विद्यार्थियों को मन लगाकर उत्साह से अध्ययन करने के लिए कहा,साथ में साफ सफाई,नियमित विद्यालय आना , बड़ो का आदर करना ,होमवर्क करना आदि विषयों में बच्चों को प्रोत्साहित किए। विद्यालय के शिक्षक श्री मुकेश कुमार ने बच्चों को अंग्रेजी भाषा,हिंदी भाषा एवम गणित विषय के बारे में आज के नए युग में आज के प्रतियोगिता के जमाना के अनुसार तैयार होने हेतु प्रेरित किया साथ में विद्यालय एक अतिरिक इंग्लिश स्पोकन के क्लास खुद लेकर बच्चों में अंग्रेजी बोलने की क्षमता को बढ़ावा देने की बात कही और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी। विद्यालय के शिक्षक अभिषेक अंबस्ट, किरण चौहान ने कहा कि हम सभी आप सभी अपना सबसे बेस्ट देने का प्रयास करेंगे और कक्षा पहली दूसरी के छात्र छात्राओं को सादरी भाषा में वार्तालाप करके उनसे कुछ जानकारी लिए। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुशीला देवी ने सभी बच्चों से कहा बेस पढ़बा होले नौकरी मिली आओर बड़का बड़का आफिसर बनबा, मोर आशीर्वाद हके। इनके आशीर्वचन से सबके चेहरे पर मुस्कुराहट दृष्टिगोचर हो रही थी। गांव के अभिभावक भी बहुत प्रसन्न थे।
विद्यालय प्रवेश उत्सव के इस कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक श्री मुकेश कुमार ने किया और आभार व्यक्त प्रधानपाठिका श्रीमती फिरदोश खानम के द्वारा किया गया। इस गरिमामयी अवसर को यादगार बनाने में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिका एवं विद्यालय के टीचिंग और सभी नॉन टीचिंग स्टाफ ,पंच दास डुमरटोली एवम अभिभावकों का अमूल्य सहयोग रहा।