उज्जैन, मध्य प्रदेश: भगवान शिव की आराधना के लिए सावन मास विशेष माना जाता है। इस साल सावन मास में 72 वर्षों बाद एक ऐसा महासंयोग बन रहा है, जब सावन मास का आरंभ सोमवार 22 जुलाई से हो रहा है और इसका समापन भी सोमवार 19 अगस्त को हो रहा है।
यह धार्मिक नगरी उज्जैन के भक्तों के लिए बेहद खास रहने वाला है। क्योंकि इस मास में बाबा महाकाल 5 बार नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
इस बार सावन मास में सावन नक्षत्र के साथ प्रीति योग बन रहा है।
सावन मास भगवान शिव की भक्ति का एक प्रमुख अवसर माना जाता है। यही कारण है कि भक्त भगवान की इस मास में सबसे अधिक पूजा अर्चना, अभिषेक और अनुष्ठान करते हैं।
इस बार सावन माह 29 दिनों का होगा। इनमें पांच सोमवार का योग बनेगा। पहला सोमवार 22 जुलाई, दूसरा 29 जुलाई, तीसरा 5 अगस्त, चौथा 12 अगस्त और पांचवां व अंतिम सोमवार 19 अगस्त को पड़ेगा।
महाकालेश्वर मंदिर में अभी से सावन मास की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अभी ही बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले भक्तों की संख्या लाखों में पहुंची हुई है। प्रति शनिवार, रविवार और सोमवार को उज्जैन में एक लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करते हैं।