रायपुर। पंडित जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, रायपुर में रैगिंग के गंभीर मामले में एमबीबीएस सेकंड ईयर के पांच छात्रों को निलंबित कर दिया गया है। 2023 बैच के इन छात्रों को एक महीने तक कक्षाओं और क्लीनिकल पोस्टिंग से दूर रखा जाएगा। यह निर्णय कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी की जांच और सुनवाई के बाद लिया गया।
निलंबित छात्र
जिन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें अंशु जोशी, अक्षत जायसवाल, विकास टंडन, गौरव चंद्र महाली और आयुष गुप्ता शामिल हैं। कॉलेज कार्यालय से इस संदर्भ में आधिकारिक पत्र भी जारी किया गया है।
मामला बीते महीने का है, जब प्रथम वर्ष के छात्रों ने अपने सीनियर्स द्वारा किए गए अमानवीय बर्ताव की शिकायत की। इसमें आरोप लगाया गया कि सीनियर छात्रों ने जूनियरों को मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का शिकार बनाया, जिसमें करीब 50 छात्रों के सिर मुंडवा दिए गए और कई अन्य तुगलकी फरमान भी थोपे गए। जूनियर्स का वॉट्सएप ग्रुप बनाकर जूनियर छात्राओं की फोटो मांगी गई और उन्हें बारीक बाल रखने, सामान्य कपड़े पहनने, स्टाइलिश जूते न पहनने जैसे अनुचित नियमों का पालन करने के लिए मजबूर किया गया।
जूनियर छात्रों के परिजनों ने इस मामले की शिकायत नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) में की और इस घटना की सोशल मीडिया पर पोस्ट भी की। शिकायतों के बाद कॉलेज प्रशासन में हलचल मच गई। विवाद बढ़ने पर कॉलेज की एंटी-रैगिंग कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा गया। जांच में जूनियर छात्रों द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए, जिसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई।
कॉलेज के डीन, डॉ. विवेक चौधरी ने बताया कि वार्षिकोत्सव के आयोजन को लेकर शुरू हुए विवाद ने रैगिंग का रूप ले लिया। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस कार्रवाई या निष्कासन को स्थायी समाधान नहीं माना गया है, लेकिन अनुशासनात्मक कार्रवाई की आवश्यकता थी।
