भोजपुर : मध्य प्रदेश के रहने वाले विनोद यादव, जो अब ‘बवंडर बाबा’ के नाम से जाने जाते हैं, बीड़ी के बंडल से लेकर अगरबत्ती के पैकेट तक धार्मिक चित्रों के उपयोग के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। वे इस मुद्दे को लेकर अब तक 25 राज्यों से गुजर चुके हैं।
बवंडर बाबा का मानना है कि माचिस, हवन सामग्री, अगरबत्ती, धूपबत्ती, कपूर और बीड़ी के बंडल पर छपे देवी-देवताओं के चित्रों का अपमान होता है, क्योंकि इनका उपयोग होने के बाद इन्हें कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। वे लोगों से ऐसी वस्तुओं को न खरीदने की अपील कर रहे हैं जिनमें देवी-देवताओं की तस्वीरें हों।
विनोद यादव, जो महू नाका के पास रहते थे, पहले टैक्सी ड्राइवर हुआ करते थे। 22 साल तक टैक्सी चलाने के बाद उन्होंने 2021 में ‘बवंडर बाबा’ बनने का निर्णय लिया। इसके बाद से उन्होंने सनातन धर्म के प्रति अपनी श्रद्धा दिखाने के लिए जूते-चप्पल पहनना, बाल कटवाना और दाढ़ी बनवाना छोड़ दिया है।
बवंडर बाबा की यह यात्रा 21 फरवरी 2021 को सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी से शुरू हुई थी। वे इस अभियान के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाना चाहते हैं और उन्हें धार्मिक चित्रों का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।
