पुरानी बस्ती में हेरिटेज वॉक का आयोजन: इतिहास और संस्कृति से रूबरू हुए लोग

रायपुर में इंडिया टूरिज्म की तर्ज पर ‘हेरिटेज वॉक’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य लोगों को शहर की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराना था।

सुबह 7 बजे लिली चौक पर इकट्ठा हुए उत्साही प्रतिभागी

रिमझिम बरसात के बीच, इतिहास और संस्कृति के प्रति उत्सुक लोग पुरानी बस्ती के लिली चौक पर एकत्रित हुए। वे पुरानी बस्ती की गलियों में घूमने और उसके इतिहास और संस्कृति के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे।

जैतू साव मठ: रायपुर की धरोहर से परिचय

सभी प्रतिभागी टूरिज्म विशेषज्ञ और इतिहासकार डॉ. आलोक कुमार साहू के नेतृत्व में जैतू साव मठ की ओर बढ़े। डॉ. साहू ने रायपुर की धरोहर के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15वीं शताब्दी के शुरुआती वर्षों के दो शिलालेख मिले हैं, जिनसे ब्रह्मदेव वंश के राजाओं के बारे में जानकारी मिलती है।

रायपुर का उल्लेख 18वीं शताब्दी के यात्रा वृत्तांत में

डॉ. साहू ने बताया कि रायपुर शहर का उल्लेख 1790 में अंग्रेज यात्री डेनियल राबिन्सन लेकी के यात्रा वृत्तांत में भी मिलता है। उन्होंने लिखा था कि यहां बड़ी संख्या में व्यापारी और धनाढ्य लोग रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यहां एक किला है और पास में ही एक रमणीय सरोवर भी है।

टूरी हटरी: महिलाओं का सम्मानपूर्ण स्थान

हेरिटेज वॉक का समापन टूरी हटरी पर हुआ। डॉ. साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं को सदैव सम्मान दिया जाता रहा है और टूरी हटरी इसका प्रमाण है। 14वीं शताब्दी के अंत में, यह बाजार ब्रम्हपुरी नगर के नाम से जाना जाता था।

हेरिटेज वॉक: इतिहास और संस्कृति प्रेमियों के लिए

यह हेरिटेज वॉक शृंखला पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार और छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य लोगों को रायपुर की समृद्ध विरासत से परिचित कराना है।

आगामी हेरिटेज वॉक:

  • 19 जुलाई 2024
  • 26 जुलाई 2024

समय: सुबह 7 बजे से 9 बजे तक

यह हेरिटेज वॉक सभी इतिहास और संस्कृति प्रेमियों के लिए निःशुल्क है।

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