रायपुर।
भाजपा (BJP) बहुमत के साथ छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरकार बनाने जा रही हैं इसके लिए एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने उनको बधाई दी है साथ ही संगठन के पदाधिकारियों ने बुधवार को राज्यपाल के यहां जाकर महत्वपूर्ण ज्ञापन सौपा. एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि ज्ञापन में राज्यपाल जी को मांग किया गया है कि नई सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री मंडल का शपथ यहां की राजभाषा और मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में कराने की मांग की है।
पिछली सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी चाही थी, पर अधिकारियों ने आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं होने का हवाला दे दिया था जबकि 2018 में मिजोरम के मुख्यमंत्री जोराम थामा मिजोरम पार्टी ने वहाँ की क्षेत्रिय भाषा मिजो मे शपथ लिया था. मिजो भाषा भी सविधान कि आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है.ज़ब छत्तीसगढ़ी राजभाषा बनाई गई है तो उसका उपयोग क्यों नहीं हो रहा।
दुबारा प्रशासनिक स्तर में यह गलती न दोहराई जाये इसलिए समय से पहले ही छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ की मांग बुधवार एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन द्वारा राज्यपाल कार्यालय में पहुंचा दिया गया है। छत्तीसगढ़ी प्रदेश की राजभाषा है जिसे तत्कालीन भाजपा सरकार ने वर्ष 2007 में राजभाषा का संविधानिक दर्जा दिया था.
पंद्रह वर्ष बीत गए पर इस भाषा में आज तक प्रदेश के किसी भी मुख्यमंत्री या मंत्री ने शपथ नहीं लिया है. उम्मीद की जा रही है नई सरकार और उसकी टीम इस बार छत्तीसगढ़ी को पूरा महत्व देगी और शपथ राजभाषा छत्तीसगढ़ी में लेगी.. ज्ञापन सौपने के दौरान संगठन के संजीव साहू, जिनेन्द्र यादव, अजय पटेल, विनय बघेल, हितेश तिवारी, पूजा परगनिहा, यामिनी साहू, अदिति गुप्ता, सत्यप्रकाश, माखन, अंकित, लोकेश सेन, खेमराज साहू, पिलेसवरी साहू, खिलेन्द्र यादव, अविनाश, कमलेश कुम्भकार, नागेश वर्मा के साथ और भी संगठन के डिग्री धारी छात्र उपस्थित रहें।