रायपुर: राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस पर केंद्र सरकार द्वारा जारी स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 में रायपुर ने 12वां स्थान हासिल किया है। पिछले साल यह 16वें स्थान पर था। इस उपलब्धि से शहरवासियों में खुशी की लहर है।
कैसे सुधरी रायपुर की रैंकिंग?
रायपुर ने इस बार 177.5 अंक प्राप्त किए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले काफी सुधार है। यह सुधार कई कारकों के कारण संभव हुआ है। इनमें इलेक्ट्रिक वाहनों का बढ़ता उपयोग, नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयास और नागरिकों की जागरूकता शामिल हैं।
उद्योगों से प्रदूषण की समस्या
हालांकि, रायपुर में प्रदूषण की समस्या अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। उरला-सिलतरा क्षेत्र में स्थित उद्योगों से निकलने वाला धुआं शहर के वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। नगर निगम अधिकारियों का मानना है कि अगर इन उद्योगों पर नियंत्रण किया जाए तो शहर की रैंकिंग में और सुधार हो सकता है।
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के पैरामीटर
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में कई पैरामीटरों को आधार बनाया जाता है। इनमें बायोमास जलाना, सड़क की धूल, निर्माण गतिविधियों से उत्पन्न धूल, वाहनों से निकलने वाला धुआं, उद्योगों से निकलने वाला धुआं, जन जागरूकता आदि शामिल हैं।
दिल्ली के बाद रायपुर का नंबर
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में दिल्ली के बाद रायपुर दूसरे नंबर पर है। सूरत इस सूची में पहले स्थान पर है। रायपुर के अलावा, जबलपुर, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वडोदरा, इंदौर, भोपाल, विजयवाड़ा और अहमदाबाद जैसे शहर भी शीर्ष दस में शामिल हैं।
नागरिकों की भूमिका
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में रायपुर की सफलता में नागरिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। नागरिकों ने स्वच्छता अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है और उन्होंने शहर को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।