Raipur ; कुख्यात गैंगस्टर और लॉरेंस बिश्नोई के करीबी अमन साहू को आज सीबीआई स्पेशल मजिस्ट्रेट भूपेश कुमार बसंत की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अमन साहू को 19 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है, जिसमें पूछताछ के दौरान उसके वकील की उपस्थिति की भी अनुमति दी गई है। रायपुर पुलिस अब अमन साहू से उसकी आपराधिक गतिविधियों और नेटवर्क के बारे में पूछताछ करेगी, जिससे कई महत्वपूर्ण खुलासे होने की उम्मीद है।
अमन साहू को एक दिन पहले रायपुर पुलिस ने झारखंड से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था। कड़ी सुरक्षा में 40 पुलिसकर्मियों की टीम उसे रायपुर लेकर आई थी। अमन पर रायपुर के तेलीबांधा इलाके में 13 जुलाई 2024 को एक कारोबारी के ऑफिस के बाहर गोलीबारी कराने का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने पहले ही 12 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस अब अमन से इस मामले में और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
अमन साहू पर झारखंड में दर्ज हैं कई आपराधिक मामले
अमन साहू पर झारखंड में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं, और वहां उसकी नियमित वर्चुअल पेशियां होती रहती हैं। वह एक हार्डकोर अपराधी है, और उसकी पेशी और सुरक्षा के चलते झारखंड की जेल प्रशासन उसे प्रोटेक्शन वारंट में भेजने से बचती है।
तेलीबांधा गोलीकांड का मामला
घटना 13 जुलाई 2024 को तेलीबांधा थाना क्षेत्र के पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर हुई थी, जब दो शूटरों ने दफ्तर के बाहर फायरिंग की। फायरिंग के बाद आरोपी बाइक छोड़कर फरार हो गए थे, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने झारखंड और पंजाब में कार्रवाई कर अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अब अमन साहू से पूछताछ के बाद गैंग की और भी आपराधिक गतिविधियों का खुलासा होने की उम्मीद है।