रायगढ़ जिले के छातामुरा में श्मशान भूमि पर अधिकार को लेकर विवाद के कारण महंत समाज को दफनाए बिना लौटना पड़ा। पुलिस ने मामले को शांत कराया।
रायगढ़ जिले के छातामुरा वार्ड नंबर 41 में महंत समाज की अगम बाई महंत अपनी जेठानी पवित्रा महंत के शव को दफनाने के लिए समाज के रीति-रिवाजों के अनुसार श्मशान भूमि पहुंचीं। लेकिन वहां कल्लू सोनी और उसके परिवार वालों ने इस भूमि पर अपना दावा जताते हुए शव दफनाने का विरोध किया, जिससे तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई।
इस विवाद के कारण दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद बढ़ गया, जिसे देखते हुए पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और बड़ी संख्या में जूटमिल पुलिस बल मौके पर भेजा। इसके बाद पुलिस ने समझाइश देते हुए मामला शांत कराया और दोनों पक्षों को न्यायालय के आदेश आने तक विवाद न करने की सलाह दी।
स्थानीय प्रशासन ने पूर्व में भी महंत समाज द्वारा इस भूमि पर अतिक्रमण हटाने की मांग पर ज्ञापन प्राप्त किए थे, और पुसौर तहसीलदार ने 21 अक्टूबर को विवादित भूमि पर किसी भी गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। महंत समाज के लोगों का कहना है कि यह भूमि उनके पुरखों की पारंपरिक दफनाने की जगह है, जबकि कल्लू सोनी ने इसे अपना अधिकार क्षेत्र बताया है।