बिहार। बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन की खबर ने पूरे बिहार में शोक की लहर फैला दी है। मंगलवार रात 9:20 बजे दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। छठ महापर्व के पहले दिन हुई इस दुखद घटना से बिहार के लोगों में गहरा दुःख है। बिहार की लोक गायकी की मशहूर हस्ती और ‘स्वर कोकिला’ शारदा सिन्हा के निधन पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, और तेजस्वी यादव समेत अन्य नेताओं ने अपनी शोक संवेदनाएँ व्यक्त की हैं।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा, “उनके निधन से लोक गायकी को अपूरणीय क्षति पहुँची है। छठ गीतों के माध्यम से उन्होंने एक अलग पहचान बनाई थी, जो हमेशा हमारे बीच जीवित रहेगी।”
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “बिहार की सुपुत्री और पद्मश्री व पद्मविभूषण से सम्मानित गायिका शारदा सिन्हा जी का निधन बेहद दुखद है। उनकी मधुर आवाज़ हमें हमेशा याद रहेगी। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति दें और परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें।”
‘मां को छठी मइया ने बुला लिया’
शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमन सिन्हा ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से अपनी माँ के निधन की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “आप सभी की प्रार्थनाएं और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। छठी मइया ने मां को अपने पास बुला लिया है। अब वे हमारे बीच नहीं रहीं।”
लंबे समय से चल रहा था इलाज
शारदा सिन्हा का पिछले कुछ सालों से कैंसर का इलाज चल रहा था। उन्हें 2017 में कैंसर का पता चला था और मुंबई में इलाज के बाद से वे एम्स, दिल्ली में स्वास्थ्य लाभ ले रही थीं। उनकी इस संघर्षपूर्ण यात्रा के बीच 2018 में उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
उनके निधन से लोक संगीत प्रेमियों और छठ पर्व से जुड़े हर व्यक्ति के दिल में गहरा खालीपन छोड़ गया है। उन्हें सदा याद किया जाएगा। ॐ शांति।
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