छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने जन्मदिन के अवसर पर रतनपुर का दौरा किया और यहां आयोजित कार्यक्रम में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने सफाई कर्मचारियों का पद प्रक्षालन कर उन्हें सम्मानित किया और रतनपुर के ऐतिहासिक वैभव को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया। साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के लाभार्थियों को मकानों की चाबियां सौंपी और मां महामाया देवी के दर्शन कर राज्य की समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
रतनपुर के लिए करोड़ों के विकास कार्यों की घोषणा
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इस ऐतिहासिक नगरी के महत्व को रेखांकित करते हुए लगभग 2 करोड़ रुपये के नए विकास कार्यों की घोषणा की। इनमें 30 लाख रुपये की लागत से छह ई-रिक्शा प्रदान करना भी शामिल है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 महीनों में रतनपुर में 6 करोड़ रुपये की योजनाओं को पूरा किया गया है। इन योजनाओं में नगरी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को सहेजने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने के प्रयास किए गए हैं।
उन्होंने कहा, “रतनपुर का गौरवशाली इतिहास है। यहां की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक महत्व को सहेजने के लिए हम ईमानदारी से प्रयासरत हैं। आने वाले समय में यहां और भी व्यापक विकास कार्य किए जाएंगे।”
सफाई कर्मचारियों का सम्मान और सामाजिक सौहार्द का संदेश
कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण तब आया जब उपमुख्यमंत्री ने सफाई कर्मचारियों के पांव पखारकर उनका सम्मान किया। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और उनके प्रयासों को सराहना मिलनी चाहिए। यह कदम न केवल उनकी सेवा का सम्मान है बल्कि समाज में समानता और सौहार्द का संदेश भी है।
महामाया मंदिर में पूजा-अर्चना और आशीर्वाद
अरुण साव ने रतनपुर स्थित मां महामाया देवी मंदिर में दर्शन किए और छत्तीसगढ़ की खुशहाली और समृद्धि की कामना की। यह मंदिर भारत के 52 शक्तिपीठों में से एक है और इसकी स्थापत्य कला अद्वितीय है। मंदिर का निर्माण विक्रम संवत 1552 में हुआ था, और इसका जीर्णोद्धार 18वीं शताब्दी में मराठा काल में किया गया। यह मंदिर अपने गर्भगृह, मंडप और किलेबंद प्रांगण के लिए प्रसिद्ध है।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री का भव्य स्वागत
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री को लड्डुओं से तौला गया और मिठाई वितरित की गई। बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों, स्थानीय नागरिकों और गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें गुलदस्ते भेंट कर जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
रतनपुर: ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी
रतनपुर, जो न्यायधानी बिलासपुर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, छत्तीसगढ़ की पौराणिक और ऐतिहासिक नगरी है। यह मां महामाया देवी के शक्तिपीठ के लिए प्रसिद्ध है। नगर में अनेक प्राचीन मंदिर और तालाब हैं, जो इसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को उजागर करते हैं।
उपमुख्यमंत्री का रतनपुर के लिए वादा
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रतनपुर का वैभव लौटाने और इसके विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। “यह नगरी हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, और इसे संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है,” उन्होंने कहा।
इस दौरे और विकास कार्यों की घोषणाओं ने रतनपुर के निवासियों के मन में नई उम्मीदें जगा दी हैं। कार्यक्रम का समापन सामाजिक सद्भाव और विकास के प्रति प्रतिबद्धता के संदेश के साथ हुआ।