Dhamtari: जिले के मेघा गांव में महानदी पर बने पुल के टूटने के बाद वैकल्पिक मार्ग की मांग को लेकर ग्रामीणों और व्यापारियों ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के कारण स्टेट हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो गया।
पुल टूटने से प्रभावित हो रही आवाजाही
लगभग दो महीने पहले मेघा महानदी पुल टूट गया था, जिसके बाद इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। इसके कारण राजिम और मगरलोड क्षेत्र के लोगों को कुरुद पहुंचने के लिए कई किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है।
पुल का ऐतिहासिक महत्व
नब्बे के दशक में तत्कालीन विधायक स्वर्गीय दीपा साहू के प्रयासों से इस पुल का निर्माण कराया गया था। मेघा पुल के बनने से मगरलोड, नगरी, और गरियाबंद क्षेत्रों में कुरुद से संपर्क स्थापित हुआ, जिससे वन क्षेत्र के विकास को गति मिली।
रेत माफियाओं की वजह से हुआ नुकसान
स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेत माफियाओं की अवैध खनन गतिविधियों ने इस पुल को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। गाड़ाडीह और मेघा के बीच महानदी पर बने इस पुल के तीन पिलर गिर गए हैं। नीचे के सपोर्ट खत्म हो जाने से पुल में दरारें बढ़ती गईं, और अब यह धंसकर टूटने के कगार पर पहुंच गया है।