नई दिल्ली: भीम आर्मी के चीफ और नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज पर हो रहे कथित अत्याचारों के खिलाफ संसद भवन के बाहर धरना दिया। तख्ती हाथ में लेकर उन्होंने इंसाफ की मांग करते हुए कहा, “जब तक सतनामी समाज को न्याय नहीं मिलेगा, मेरा धरना जारी रहेगा।”
चंद्रशेखर आजाद ने छत्तीसगढ़ के गिरौदपुरी धाम की अमर गुफा में 15 मई 2024 को जोड़ा जैतखाम काटने की घटना और 10 जून 2024 को बलौदाबाजार में सतनामी समाज के संवैधानिक आंदोलन के दौरान हुई आगजनी पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने इन घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि ये सतनामी समाज की आस्था और अधिकारों पर हमला है।
सांसद का आरोप है कि गिरौदपुरी धाम, जो सतनामी समाज की आस्था का प्रमुख केंद्र है, वहां जानबूझकर हमला किया गया। साथ ही बलौदाबाजार आंदोलन के दौरान समाज को निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि संसद में इन मुद्दों को उठाने की कोशिश की गई, लेकिन बात रखने का मौका न मिलने पर उन्होंने धरने का निर्णय लिया।