गरियाबंद। जिले के बारूका गांव में दो लोगों पर हमला करने वाले तेंदुए की मौत हो गई है। जंगल सफारी में विशेषज्ञों की टीम ने तेंदुए के मृत होने की पुष्टि की। डीएफओ लक्ष्मण सिंह बंबे ने बताया कि तेंदुए की मौत का कारण भूख और शारीरिक पीड़ा थी।
तेंदुए का हमला और ग्रामीणों की सतर्कता
तेंदुए ने पहले 32 वर्षीय युवक पर हमला किया और कुछ घंटों बाद 4 साल की बच्ची को भी लहूलुहान कर दिया। ग्रामीणों ने सतर्कता दिखाते हुए तेंदुए को जाल की मदद से पकड़ लिया और इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को सुरक्षित पिंजड़े में डालकर जंगल सफारी पहुंचाया।
विशेषज्ञों की जांच में हुआ खुलासा
जंगल सफारी में विशेषज्ञों की टीम ने तेंदुए की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। वन परिक्षेत्र अधिकारी नदीम कृष्णा ने बताया कि तेंदुए को ग्रामीणों ने पकड़ा था और टीम ने उसे पिंजड़े में डालकर जंगल सफारी लाया। यहां पहुंचने पर उसकी हालत गंभीर पाई गई।
भूख और चोट बनी मौत की वजह
डीएफओ लक्ष्मण सिंह बंबे ने बताया कि तेंदुए के दाहिने पैर में गंभीर चोट थी और पंजे में मवाद भरा हुआ था। उसका एक दांत भी टूटा हुआ था, जिससे वह शिकार करने में असमर्थ हो गया था। भूख और पीड़ा के चलते उसकी मौत हुई।