छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पहले से ही चिटफंड कंपनियों के जाल में फंसकर 181 करोड़ रुपये गंवा चुके लोगों को अब एक और बड़े फ्रॉड का सामना करना पड़ा है। इस बार “ट्रेड एक्सपो” नाम के मल्टीनेशनल ट्रेडिंग एप ने 200 से ज्यादा लोगों से 5 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।
कैसे हुआ फ्रॉड?
ट्रेड एक्सपो एप को एक साल पहले लॉन्च किया गया था। इस एप के सक्रिय एजेंटों ने पांच गुना रकम वापसी का झांसा देकर निवेशकों को फंसाया। शुरुआत में निवेश के आधार पर 0.5% से 1% तक का रिटर्न रोजाना दिया गया। निवेश की रकम दुबई भेजी जा रही थी और रिटर्न डॉलर में मिल रहे थे, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
निवेशकों ने:
- घर-बाड़ी बेचकर,
- मार्केट से उधार लेकर,
- बचत पूंजी लगाकर,
- यहां तक कि परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर भी बड़ी रकम निवेश कर दी।
ठगी का खुलासा और कार्रवाई
जब कुछ महीनों बाद रिटर्न मिलना बंद हो गया, तो ठगी का मामला सामने आया। संतोष देवांगन समेत अन्य पीड़ितों ने राजिम थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, राजाराम तारक, शरद चंद शर्मा और पीपरछेड़ी होस्टल अधीक्षक यशवंत नाग समेत अन्य लोगों ने इस फ्रॉड को अंजाम दिया।
पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
चिटफंड कंपनियों का पुराना दर्द
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, गरियाबंद जिले के 93,598 लोगों ने सात साल पहले विभिन्न चिटफंड कंपनियों में 181 करोड़ रुपये निवेश किए थे, जिनकी वापसी अभी तक नहीं हुई है। इनमें से सबसे अधिक ठगी राजिम क्षेत्र में हुई थी।