रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना (MAHTARI VANDAN YOJANA) में फर्जीवाड़े का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में सनी लियोनी के नाम पर योजना का लाभ उठाने का मामला सामने आने के बाद अब बिलासपुर के कोटा ब्लॉक में फर्जी नामों से आवेदन कर योजना का अनुचित लाभ लेने का खुलासा हुआ है।
फर्जी आवेदनों का खुलासा
कोटा ब्लॉक के ग्राम पंचायत मोहली में तीन आंगनबाड़ी केंद्र (मोहली, बगबुड, घोसर्रापारा) से छह फर्जी नाम सामने आए हैं। इन नामों से योजना के तहत बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से राशि पहुंचाई गई। फर्जी आवेदनों का सत्यापन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक ने बिना तथ्यों की जांच के कर दिया, जिससे यह गड़बड़ी हुई।
फर्जी आवेदकों के नाम और आवेदन क्रमांक:
- मानकी पति रामायण (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 003794587)
- सुषमा पति मोहन (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 004188042)
- सीता बाई पति जीत सिंह (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 002897814)
- राम बाई पति देवलाल (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 002907274)
- सोनमति पति सोनऊ (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 003203335)
- माया पति शिवकुमार (आवेदन क्रमांक: एमवीवाय 002893420)
कैसे हुई गड़बड़ी?
महतारी वंदन योजना के तहत प्रत्येक आवेदन का सत्यापन ग्राम स्तर पर बनी समिति और पोर्टल पर दर्ज दस्तावेजों के माध्यम से किया जाता है। इस प्रक्रिया में:
- प्रथम सत्यापन: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा
- द्वितीय सत्यापन: पर्यवेक्षक द्वारा
ग्राम पंचायत मोहली में यह प्रक्रिया सही तरीके से नहीं हुई। बिना परीक्षण और सत्यापन के आवेदन स्वीकृत कर दिए गए, जिससे योजना का अनुचित लाभ उठाया गया।
प्रशासन की कार्रवाई
जैसे ही फर्जी आवेदनों की जानकारी मिली, संबंधित बैंक खातों को होल्ड करने के लिए आवेदन किया गया। अब इन खातों में पहुंची राशि और इनके पीछे जिम्मेदार लोगों की जांच की जा रही है।
प्रभावित आंगनबाड़ी केंद्र:
- मोहली
- बगबुड
- घोसर्रापारा
जांच और आगे की कार्रवाई
इस गड़बड़ी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। मामले की जांच शुरू हो चुकी है, और दोषियों पर कार्रवाई की संभावना है।