रायपुर सेक्स रैकेट : पुलिस ने कोलकाता से दबोचा मास्टरमाइंड

रायपुर। राजधानी रायपुर में एक सड़क हादसे के बाद उज्बेकिस्तान की युवती और वकील की गिरफ्तारी से शुरू हुई जांच ने बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा कर दिया है। पुलिस की कार्रवाई में यह सामने आया कि यह रैकेट कोलकाता से संचालित हो रहा था और पूरे छत्तीसगढ़ में विदेशी युवतियों की सप्लाई का नेटवर्क फैला हुआ था।

कोलकाता में दबोचा गया मास्टरमाइंड
सूत्रों के अनुसार, रायपुर पुलिस ने कोलकाता में छापेमारी कर इस गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है, जो पूरे छत्तीसगढ़ में विदेशी युवतियों को भेजने का मैनेजमेंट संभालता था। मंगलवार को पुलिस इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है। इससे पहले, पुलिस ने रायपुर समेत अंबिकापुर और कवर्धा में छापेमारी कर रैकेट से जुड़े कई एजेंटों को हिरासत में लिया था।

ऐसे चलता था पूरा खेल
पुलिस जांच में सामने आया है कि कोलकाता के मास्टरमाइंड ने मुंबई की एंटरटेनमेंट एजेंसियों के जरिए छत्तीसगढ़ में यह अवैध कारोबार फैला रखा था। वेबसाइट के जरिए ग्राहकों से संपर्क किया जाता था और व्हाट्सएप पर युवतियों की तस्वीरें भेजकर सौदा तय किया जाता था। ऑनलाइन पेमेंट के बाद ग्राहकों को रायपुर, दुर्ग-भिलाई, अंबिकापुर और बिलासपुर के होटलों में भेजकर यह रैकेट संचालित किया जा रहा था।

सड़क हादसे से हुआ खुलासा
5 फरवरी की रात उज्बेकी युवती ने नशे में कार चलाते हुए दो बाइक सवारों को टक्कर मार दी थी, जिससे एक युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद पुलिस की जांच में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ। आरोपी युवती और वकील भावेश आचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और नशे में वाहन चलाने का मामला दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया गया है।

कई शहरों में हुई छापेमारी
इस मामले में रायपुर के एजेंट रवि ठाकरे और मोहन को भी हिरासत में लिया गया है। वहीं, पिकाडली मोहबाबाजार, फ्लोरेंस तेलीबांधा और ग्रैंड नीलम होटल से एक उज्बेकी युवती समेत दिल्ली और हैदराबाद की तीन युवतियों को पकड़ा गया। इनके बयान के आधार पर पुलिस ने पीटा एक्ट के तहत मामले दर्ज कर कवर्धा, अंबिकापुर और कोलकाता में छापेमारी की।

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