बालोद। तांदुला डेम में भालू की लाश मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है, जिसके चलते वन विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में वनपाल सहायक परिक्षेत्र अधिकारी भूषण लाल ढीमर, मलगांव के परिसर रक्षक दरेश कुमार पटेल और नैकिनकुंवा की परिसर रक्षक विशेखा नाग को निलंबित कर दिया गया है।
24 फरवरी को तांदुला डेम में एक भालू का शव तैरता मिला था, जिसे गुपचुप तरीके से कल्लूबाहरा के जंगल में दफना दिया गया। मामला तब उजागर हुआ जब एक महीने बाद भालू के शव की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
वन विभाग की जांच में बड़ा खुलासा हुआ — शव को दोबारा जमीन से निकालने पर पता चला कि भालू के चारों पंजे कटे हुए थे, जिससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे।
इस गंभीर मामले को विधानसभा में गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह ने भी उठाया है। फिलहाल भालू के शव के सैंपल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं, और रिपोर्ट के आधार पर आगे और अधिकारियों पर कार्रवाई संभव है।