रायपुर में ईद-उल-फितर की धूम, मस्जिदों में गूंजीं तकरीरें, सीएम ने दी बधाई

रायपुर। देशभर के साथ छत्तीसगढ़ में भी ईद-उल-फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। माह-ए-रमजान की समाप्ति के साथ रविवार को ईद का चांद नजर आया, जिससे मुस्लिम समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई। सोमवार सुबह से मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की जा रही है और एक-दूसरे को बधाई दी जा रही है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी और सुख, समृद्धि व शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि ईद भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक है, जो मिल-जुलकर रहने और भेदभाव मिटाने का संदेश देता है।

चांद दिखने के ऐलान के साथ जश्न शुरू

हिजरी साल 1446 के रमजानुल-मुबारक की रविवार को 29वीं तारीख थी। राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी की मस्जिद के मोअज्जन और जमातियों की तस्दीक के बाद मदरसा इस्लाहुल मुस्लिमीन व दारुलयतामा रायपुर के मोहतमिम और काजी शहर मौलाना मोहम्मद अली फारुकी ने चांद दिखने की घोषणा की। राजधानी समेत खरोरा, सिमगा, बिलासपुर, दर्री, सीतापुर, खरसिया और मुंगेली में भी चांद नजर आने की खबरें आईं। मदरसे से चांद दिखने का ऐलान होते ही मस्जिदों में सायरन बजाकर सूचना दी गई।

रायपुर में 56 जगहों पर पढ़ी जा रही नमाज

राजधानी में मौदहापारा, ईदगाह भाटा, संजय नगर, हलवाई लाइन समेत 56 स्थानों पर ईद की नमाज अदा की जा रही है। बड़ी संख्या में नाइजीरियन मुस्लिम समुदाय के लोग भी मौदहापारा स्थित मस्जिद में नमाज पढ़कर ईद की खुशियां मना रहे हैं।

सुबह 11 बजे होगी आखिरी नमाज

ईद की पहली नमाज सुबह 6:30 बजे अशरफुल औलिया मस्जिद में पढ़ी गई, जबकि आखिरी नमाज सुबह 11 बजे छोटापारा-बैजनाथपारा मस्जिद में होगी।

You May Also Like

More From Author