रायपुर। राजधानी में आयोजित भव्य तिरंगा यात्रा के दौरान मंगलवार को एक रोचक और आमजन से जुड़ा दृश्य देखने को मिला। तेलीबांधा (मरीन ड्राइव) से जयस्तंभ चौक तक निकाली गई इस यात्रा में शामिल मंत्री और जनप्रतिनिधियों के काफिले अचानक ट्रैफिक जाम में फंस गए। इसी दौरान छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी का काफिला भी नगर घड़ी चौक के पास रुक गया।
स्थिति को देखते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) रायपुर के उपाध्यक्ष अश्वनी विश्वकर्मा ने मंत्री चौधरी को अपनी एक्टिवा (मोपेड) पर बैठाकर शंकर नगर बंगले तक छोड़ा। यह दृश्य लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया, जब एक मंत्री आम इंसान की तरह दोपहिया वाहन पर सवार नजर आए।
अश्वनी विश्वकर्मा ने इस पल को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि तिरंगा यात्रा के समापन पर ट्रैफिक के कारण सभी मंत्रियों की गाड़ियां फंस गई थीं। इस दौरान उन्होंने मंत्री ओपी चौधरी को खुद अपने स्कूटर से बंगले तक छोड़ा। रास्ते में उन्हें मंत्री से करियर और जीवन से जुड़ी कई प्रेरणादायक बातें सुनने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि मंत्री चौधरी का सरल, सहज और मिलनसार व्यवहार छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़ी उनकी पहचान को दर्शाता है। यह रूप युवाओं के लिए प्रेरणा देने वाला है।
गौरतलब है कि यह तिरंगा यात्रा हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा किए गए सफल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सम्मान देने के लिए आयोजित की गई थी। इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव, अन्य मंत्री, सांसद, विधायक, समाज के विभिन्न वर्ग, साधु-संत, सैनिक परिवार और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।