दुर्ग। लंबे समय से अवैध महुआ शराब के निर्माण और बिक्री को लेकर मिल रही शिकायतों पर आखिरकार जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। ‘सुशासन तिहार’ के तहत मिले आवेदनों के आधार पर आबकारी विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पाटन क्षेत्र के तीन अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की।
सबसे बड़ी कार्रवाई रानीतराई थाना क्षेत्र के घोरारी गांव में हुई, जहां आबकारी निरीक्षक अरविंद साहू के नेतृत्व में टीम ने वर्षों से चल रहे अवैध शराब निर्माण को ध्वस्त कर दिया। छापेमारी के दौरान 250 लीटर महुआ शराब और 20 क्विंटल महुआ लहान जब्त कर मौके पर ही नष्ट कर दिए गए। इसके अलावा गांव में संचालित 15 अवैध शराब भट्ठियों को भी ध्वस्त किया गया।
हालांकि कार्रवाई की भनक लगते ही आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है और उनकी तलाश जारी है।
इसी क्रम में ग्राम गाड़ाडीह में भी छापामार कार्रवाई की गई, जहां आरोपी नैनदास के पास से 53 पाव मसाला मदिरा बरामद की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
प्रशासन का संदेश स्पष्ट है – अवैध कारोबार बर्दाश्त नहीं
जिला प्रशासन और आबकारी विभाग की यह कार्रवाई न केवल अवैध शराब के खिलाफ सख्त संदेश देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ‘सुशासन तिहार’ के तहत आम जनता की शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा है कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।