रायपुर। गौरेला में छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा को रातोंरात हटाने की घटना पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने तीव्र विरोध जताया है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे के भीतर प्रतिमा की पुनर्स्थापना नहीं की गई तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
आज रायपुर स्थित जोगी निवास में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के संगठन मंत्री सौरभ झा और मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कि यह घटना न केवल स्व. जोगी का अपमान है, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और जनभावनाओं पर सीधा हमला है। उन्होंने इसे “घृणित और निंदनीय कृत्य” बताते हुए दोषियों के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर FIR दर्ज करने की मांग की।
“या तो प्रतिमा लगेगी या मेरी अर्थी उठेगी” – अमित जोगी
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने ऐलान किया है कि “या तो जोगी जी की प्रतिमा लगेगी, या मेरी अर्थी उठेगी।” उन्होंने आमरण अनशन शुरू कर दिया है और कहा है कि जब तक प्रतिमा पुनः स्थापित नहीं हो जाती, वे पीछे नहीं हटेंगे।
मूर्ति को कचरे में फेंकना शर्मनाक: JCCJ
JCCJ नेताओं का आरोप है कि स्व. अजीत जोगी की मूर्ति को कचरे में फेंकना, छत्तीसगढ़ की जनता और विशेषकर गौरेला की जनता के साथ विश्वासघात है। भगवानू नायक ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना राज्य के सुशासन के दावों की पोल खोलती है।
भाजपा पर मानसिकता को लेकर निशाना
रायपुर जिला अध्यक्ष माखन ताम्रकार ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना संकुचित मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि अजीत जोगी छत्तीसगढ़ निर्माण के शिल्पकार थे और उनकी प्रतिमा को हटाना पूरे प्रदेश की भावना को ठेस पहुंचाना है।
युवा मोर्चा का एलान: सड़कों पर संघर्ष
JCCJ के युवा मोर्चा ने भी एलान किया है कि वे इस घटना के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे और जब तक प्रतिमा पुनर्स्थापित नहीं हो जाती, संघर्ष जारी रहेगा। पार्टी ने प्रदेशवासियों और जोगी समर्थकों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होने की अपील की है।