कुम्हारी टोल प्लाजा पर कांग्रेस का हमला: वैधता समाप्त, फिर भी जारी है अवैध वसूली

रायपुर। रायपुर से दुर्ग के बीच संचालित कुम्हारी टोल प्लाजा की अनियमितताओं और अवैध वसूली को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि टोल प्लाजा की वैधता समाप्त होने के बावजूद वहां वर्षों से अवैध वसूली की जा रही है, जिससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है।

पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे, वरिष्ठ नेता पंकज शर्मा और कन्हैया अग्रवाल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि 54 किमी के दायरे में तीन टोल प्लाजा – मंदिरहसौद, कुम्हारी और दुर्ग – संचालित हो रहे हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के नियमों के उल्लंघन के अंतर्गत आता है। नियमों के मुताबिक, दो टोल प्लाजा के बीच कम से कम 60 किमी की दूरी अनिवार्य है।

कुम्हारी टोल प्लाजा की स्थिति सबसे अधिक विवादास्पद बताई गई। नेताओं ने कहा कि यह टोल सार्वजनिक निधियों से निर्मित है और इसकी वैधानिक अवधि समाप्त हो चुकी है, फिर भी यहां टोल वसूली जारी है। स्थानीय नागरिकों को रोजाना जाम और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। कई बार तो लोगों को 1 से 2 घंटे तक ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ता है।

विकास उपाध्याय ने बताया कि इस मुद्दे को कई बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और NHAI के समक्ष उठाया गया है। पत्र भी भेजा गया, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार भी इस मामले में आंख मूंदे बैठी है।

कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कुम्हारी टोल प्लाजा को बंद नहीं किया गया, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन के साथ दिल्ली तक प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने यह भी मांग की है कि अवैध वसूली की उच्च स्तरीय जांच हो, नियमविरुद्ध फास्टैग कटौती की भरपाई कराई जाए और स्थानीय नागरिकों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

कांग्रेस नेताओं ने यह भी याद दिलाया कि पूर्व में उनके आंदोलन के कारण ही रायपुर के सुन्दर नगर स्थित टोल प्लाजा को बंद करना पड़ा था। उन्होंने बीजेपी के 10 लोकसभा सांसदों को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर सहयोग की भी अपील की है। कांग्रेस का कहना है कि यदि इस पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो वे कानूनी और जन आंदोलन दोनों माध्यमों से लड़ाई जारी रखेंगे।

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