ईरान के दौरे पर एस जयशंकर, विदेश मंत्री से विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 15 जनवरी, 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान ईरान के सड़क एवं शहरी विकास मंत्री मेहरदाद बजरपाश से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों पक्षों ने चाबहार बंदरगाह के विकास और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) के कार्यान्वयन पर चर्चा की।

जयशंकर ने चाबहार बंदरगाह के विकास में भारत की रुचि को दोहराया और कहा कि भारत बंदरगाह के बुनियादी ढांचे के विकास में मदद करना जारी रखेगा। उन्होंने INSTC के कार्यान्वयन में सहयोग बढ़ाने के महत्व पर भी जोर दिया।दोनों पक्षों ने अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें ऊर्जा, शिक्षा, संस्कृति और पर्यटन शामिल हैं।

इसके अलावा, जयशंकर ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से भी मुलाकात की। इन मुलाकातों में, दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

जयशंकर ने कहा कि भारत ईरान के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दोनों देश क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

ईरानी राष्ट्रपति रायसी ने कहा कि भारत ईरान का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक भागीदार है। उन्होंने कहा कि दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे।

चाबहार बंदरगाह

चाबहार बंदरगाह ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित है। यह बंदरगाह भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत को यूरोप, मध्य एशिया और अफगानिस्तान से जोड़ने में मदद करता है। भारत ने चाबहार बंदरगाह के विकास में 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।

अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा

अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा (INSTC) एक प्रस्तावित परिवहन गलियारा है जो भारत, ईरान, अफगानिस्तान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप को जोड़ेगा। यह गलियारा भारत को यूरोप से जुड़ने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।

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