रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2161 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में आरोपी विजय भाटिया की 11 दिन की पुलिस रिमांड गुरुवार को समाप्त हो गई। इसके बाद उसे ACB/EOW की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन (26 जून तक) की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस रिमांड के दौरान भाटिया से कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली हैं, जो घोटाले की कड़ियों को जोड़ने में मदद कर रही हैं।
दिल्ली से हुई थी गिरफ्तारी
1 जून को ACB-EOW ने विजय भाटिया को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के साथ ही छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित नेहरू नगर में उसके आवास पर छापा भी मारा गया था। उसके मैनेजर संतोष रामटेके के निवास पर भी कार्रवाई हुई थी।
भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं भाटिया
विजय भाटिया को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी माना जाता है। इस घोटाले में भाटिया के साथ ही एक अन्य शराब कारोबारी और बघेल के करीबी पप्पू बंसल को भी हिरासत में लिया गया था। दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई थी।
ईडी ने अब तक 21 लोगों को बनाया आरोपी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। प्रमुख नामों में शामिल हैं:
- पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा
- पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर
- पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा
- त्रिलोक सिंह ढिल्लन
- विजय भाटिया (भाटिया वाइन मर्चेंट)
- पप्पू बंसल
- सिद्धार्थ सिंघानिया
- छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, ओम साईं ब्रेवरेज, टॉप सिक्योरिटी, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर सहित कई कारोबारी संस्थाएं
क्या है मामला?
छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग की मिलीभगत से सत्ता के संरक्षण में शराब कारोबार में भारी गड़बड़ी की गई थी। नकली और बिना एक्साइज ड्यूटी चुकाए शराब की बिक्री से राज्य को हजारों करोड़ का नुकसान पहुंचाया गया। ईडी की जांच में यह घोटाला 2161 करोड़ रुपए तक का सामने आया है।