महुआ मोइत्रा के बयान पर आदिवासी समाज का विरोध, पुतला दहन किया

कोंडागांव। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस पर लगाए गए आरोपों के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने गुरुवार को जिले में प्रदर्शन कर उनका पुतला दहन किया। समाज के युवा जिला अध्यक्ष यतेंद्र सलाम के नेतृत्व में आदिवासी कार्यकर्ताओं ने कहा कि बस्तर के संबंध में ऐसे “भड़काऊ बयान” बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

विवाद क्या है?

हाल ही में, पश्चिम बंगाल के नौ लोगों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर पुलिस पर “मजदूरों का अपहरण” करने का आरोप लगाया था। उनके इस बयान से राज्य में तीखी प्रतिक्रिया हुई।

बस्तर सांसद ने दी तीखी प्रतिक्रिया

बस्तर के सांसद महेश कश्यप ने महुआ मोइत्रा के बयान को “अस्वीकार्य” बताते हुए कहा, “यह पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र है, टीएमसी सांसद को यहां के मामलों में टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “जिस तरह पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशियों को बसाकर राज्य को बर्बाद किया गया, अब वही नीति बस्तर में अपनाने की कोशिश की जा रही है।”

आदिवासी समाज का रुख

सर्व आदिवासी समाज के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बस्तर की सुरक्षा और संस्कृति को नुकसान पहुंचाने वाले बयानों का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि महुआ मोइत्रा अपने बयान वापस लें और छत्तीसगढ़ पुलिस से माफी मांगें।

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