रायपुर। निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत प्रदेश के निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए अब भी करीब 6100 सीटें रिक्त हैं। इन खाली सीटों पर प्रवेश दिलाने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने एक बार फिर लॉटरी निकालने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि इसके लिए नए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि पहले से भरे गए आवेदनों के आधार पर ही चयन किया जाएगा।
तीसरे चरण की लॉटरी 19 अगस्त को
आरटीई नियमों के तहत निजी विद्यालयों की 25 प्रतिशत सीटें गरीब बच्चों के लिए सुरक्षित रखी जाती हैं। इस साल दो चरणों की लॉटरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन अब भी हजारों सीटें खाली हैं। इन रिक्त सीटों को भरने के लिए लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा 19 अगस्त को तीसरे चरण की लॉटरी निकाली जाएगी। इसमें केवल उन्हीं बच्चों के नाम शामिल होंगे, जो पिछले चरणों में चयनित नहीं हुए थे।
चयनित बच्चों को मिलेगा एक सप्ताह का समय
लॉटरी में चयनित बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। हालांकि, प्रवेश प्रक्रिया में हो रही देरी के कारण आरटीई के तहत चयनित बच्चे पहले से पढ़ रहे छात्रों से पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। गौरतलब है कि निजी स्कूलों में नया शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो चुका है। लगभग ढाई माह की पढ़ाई पूरी हो चुकी है और अगले महीने तिमाही परीक्षा भी होने वाली है।
अब तक कितने बच्चों को मिला प्रवेश?
आरटीई सीटों के लिए इस साल भी भारी संख्या में आवेदन मिले।
- पहले चरण में 40 हजार बच्चों का चयन किया गया था, जिनमें से लगभग 36 हजार बच्चों ने निजी स्कूलों में प्रवेश ले लिया।
- दूसरे चरण में 10 हजार बच्चों का चयन हुआ।
- पहले चरण में कुल 1 लाख 5 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि दूसरे चरण के लिए 42 हजार 363 आवेदन आए थे।