NHM कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई: हड़ताल पर बैठे 25 कर्मचारी बर्खास्त

रायपुर। नियमितीकरण समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर के 16 हजार एनएचएम (NHM) कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार के 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद भी ड्यूटी पर नहीं लौटने पर अब बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो गई है। बलौदाबाजार जिले में दो कर्मचारियों सहित कुल 25 अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।

बलौदाबाजार के सीएमएचओ ने कसडोल ब्लॉक के डाटा मैनेजर हेमंत सिन्हा और कौशलेश तिवारी को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया है। वहीं इस कार्रवाई को लेकर एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांतीय सलाहकार हेमंत सिन्हा ने कहा कि सरकार ने मांगें पूरी करने के बजाय बर्खास्तगी का रास्ता चुना है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार 16 हजार एनएचएम कर्मचारियों को एक साथ बर्खास्त करेगी?

सिन्हा ने चेतावनी दी कि अब आंदोलन और उग्र होगा। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी मंत्री और मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और अपनी मांगों पर अडिग रहेंगे। “हम बर्खास्तगी से डरने वाले नहीं हैं, सरकार मोदी की गारंटी पूरी करते हुए नियमितीकरण का वादा निभाए,” उन्होंने कहा।

सीएमएचओ की ओर से जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि 18 अगस्त से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। 13 अगस्त को राज्य स्वास्थ्य समिति की बैठक में इस संबंध में निर्णय लेकर निर्देश जारी किए जा चुके थे। इसके बाद 1 सितंबर को भी कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया गया था। लेकिन अनुपस्थिति जारी रहने पर संविदा शर्तों के तहत सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है। आदेश में यह भी कहा गया कि यह आचरण लोकहित के खिलाफ और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 व मानव संसाधन नीति 2018 के तहत कदाचार की श्रेणी में आता है।

बर्खास्तगी के आदेश की कॉपी

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