Chhattisgarh : ACB और EOW ने आबकारी विभाग के 6000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में प्रदेश के कई जगहों पर छापेमारी की। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर सहित 20-22 जगहों पर एक साथ कार्रवाई की गई। यह छापेमारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज कराए गए केस के आधार पर की गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो करीबी शराब कारोबारियों पप्पू बंसल और विजय भाटिया के यहां भी छापेमारी की गई। पप्पू बंसल न्यू खुर्शीपार में रहते हैं और विजय भाटिया का बंगला नेहरू नगर पूर्व में है। दोनों जगह छापे की कार्रवाई जारी है।
ऐसा कहा जा रहा है कि ACB की इस रेड की भी खबर लीक हो चुकी थी। पप्पू बंसल अचानक लापता हो गया। जब ACB की टीम छापेमारी करने पहुंची तो वो घर पर नहीं मिला। वहीं, विजय भाटिया छापेमारी के दौरान घर पर मौजूद है।
इसी कड़ी में शराब कारोबार से जुड़े लोगों के साथ ही उनके सीए को ACB और EOW ने निशाना बनाया है। जिसमें बिलासपुर में भी टीम ने तीन से चार जगहों पर दबिश दी है। इसमें एफएल 10 ए कंपनी के सीए संजय मिश्रा के ऑफिस और घर सहित बाकी जगहों पर कार्रवाई चल रही है।
दरअसल, ACB-EOW ने केस दर्ज करने के बाद करीब दो महीने पहले बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में छापेमारी की थी। साथ ही दुर्ग के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच की थी।
माना जा रहा है कि ACB-EOW ने पिछले साल ED द्वारा की गई छापेमारी में मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की है।
दोनों ही बड़े शराब कारोबारी हैं और शराब घोटाले से इनके नाम जुड़े हैं। इन दोनों के यहां पिछले साल कांग्रेस शासनकाल में ED की रेड पड़ चुकी है। ED ने इनके यहां छापेमारी कर जांच तो की, लेकिन एक भी बार दोनों गिरफ्त में नहीं आए।