उमरिया: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खुशखबरी है। 60 साल की हथिनी अनारकली ने 13 मई को एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। यह अनारकली का 5वां बच्चा है और जन्म के बाद से ही यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है।
हथिनी और बच्चा दोनों स्वस्थ:
अनारकली और उसका नवजात शावक दोनों ही स्वस्थ हैं। मां हथिनी अपने बच्चे की अच्छी देखभाल कर रही है और रिजर्व के कर्मचारी भी उनकी निगरानी कर रहे हैं।
पर्यटकों के लिए खुशखबरी:
यह हथिनी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सबसे प्रसिद्ध हथिनियों में से एक है। पर्यटक अक्सर अनारकली को जंगल में घूमते हुए देखते हैं और उसके साथ तस्वीरें भी खिंचवाते हैं। अब उसके बच्चे के जन्म से पर्यटकों में खुशी का माहौल है और वे इस नन्हे मेहमान को देखने के लिए उत्सुक हैं।
अनारकली का इतिहास:
अनारकली को 1964 में बिहार के सोनपुर हाथी मेले से बांधवगढ़ लाया गया था। उस समय वह केवल 6 साल की थी। तब से वह बांधवगढ़ का ही हिस्सा बन गई है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है।
हथियों का महत्व:
हथी जंगल के पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे पेड़ों के बीजों को फैलाने में मदद करते हैं और जंगल को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व:
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह अपनी बाघों की आबादी के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां हथियों, तेंदुओं, गौरों और विभिन्न प्रकार के पक्षियों सहित कई अन्य वन्यजीव भी पाए जाते हैं।