महासमुंद: कलेक्टर विनय लहंगे के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में धान खरीदी का कार्य निरंतर जारी है। इस दौरान प्रशासन अवैध धान परिवहन और भंडारण पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। कलेक्टर और नोडल अधिकारी खुद केंद्रों पर पहुंचकर धान खरीदी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अनियमितताओं का पता चलने पर अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदारों और खाद्य विभाग के द्वारा मंडी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 15 जनवरी तक 10,552 क्विंटल धान जप्त किया गया है, जबकि 18 वाहनों को राजसात करने की कार्रवाई की जा रही है। जप्त की गई धान की कुल लागत लगभग 2 करोड़ 42 लाख रुपये बताई जा रही है।
तीन दिनों में हुई प्रमुख कार्रवाई:
- 11 जनवरी को बसना के ग्राम बसुला में 152 बोरा धान जप्त किया गया और मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
- 13 जनवरी को चेक पोस्ट पलसापाली में 612 बोरी धान अवैध परिवहन करते हुए पकड़ी गई और कार्रवाई की गई।
- 13 जनवरी को सराईपाली अंतर्गत शासकीय धान को रिसाइक्लिंग किए जाने की सूचना पर जांच की गई, जिसमें ग्राम टेमरी के रामबाई के कोठार में काले रंग में स्टेंसिल लगे हुए और लाल स्याही की मुहर वाली 350 ख़ाली बोरी पाई गई। इसके अलावा 32 बोरे धान से भरे हुए मिले और कुल 525 संदिग्ध अवैध धान के बोरे जब्त किए गए। सभी बोरे को कोटवार के सुपुर्द कर राजसात करने की कार्रवाई की गई।
- 14 जनवरी को ग्राम अर्जुनदा में 350 कट्टा अवैध धान जप्त किया गया।
- 15 जनवरी को रात्रि 3 बजे सरसींवा से सरायपाली अवैध धान परिवहन करते हुए 500 पैकेट धान पकड़े गए। इसे अनुविभागीय अधिकारी (रा) बसना द्वारा जब्त कर उप मंडी भंवरपुर के सुपुर्द किया गया।
- अंतर्राज्यीय सीमा जाँच चौकी रेहटीखोल/बंजारीनाका में अवैध धान परिवहन करते हुए एक ट्रक पकड़ा गया। इस ट्रक में झारखंड से लाए गए 560 पैकेट धान जब्त किए गए।
प्रशासन की इस कड़ी कार्रवाई से अवैध धान व्यापार पर रोकथाम की उम्मीद जताई जा रही है।