पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में एक और गिरफ्तारी, अब तक 15 आरोपी हिरासत में

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी के मामले में कार्रवाई तेज होती जा रही है। आज इस प्रकरण में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो खुद पुलिस आरक्षक है। अब तक इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 7 पुलिसकर्मी, 5 टेक्नीशियन और 2 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। मामले की जांच अभी भी जारी है।

कैसे सामने आया मामला?

लालबाग थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया में अज्ञात आरोपियों द्वारा मशीनों में छेड़छाड़ करके अभ्यर्थियों को अंक का लाभ पहुंचाने की शिकायत की गई थी। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैट और गवाहों के बयानों के आधार पर कई आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले। अब तक गिरफ्तार किए गए 15 आरोपियों में 7 पुलिसकर्मी, 5 टेक्नीशियन और 2 महिला अभ्यर्थी हैं।

इसी कड़ी में पुलिस ने आरक्षक पवन चौरे (34 वर्ष), निवासी राजीव नगर, डोंगरगांव को भी गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

आरक्षक की आत्महत्या के बाद खुला मामला

यह घोटाला उस समय उजागर हुआ जब पुलिस आरक्षक अनिल कुमार रत्नाकर ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए आत्महत्या कर ली। 21 दिसंबर को उनका शव ग्राम रामपुर के पास एक पेड़ से लटका मिला था। मृतक ने अपने हाथ पर लिखा था कि इस घोटाले में केवल कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है, जबकि अधिकारी भी दोषी हैं।

विशेष जांच टीम का गठन

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार झा ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को 10 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए, जिसके तहत कार्रवाई लगातार जारी है।

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