पखांजुर/कांकेर। छत्तीसगढ़ में एक तरफ नक्सल संगठन सरकार से शांति वार्ता की पेशकश कर रहा है, वहीं सुरक्षा बलों का एंटी-नक्सल ऑपरेशन लगातार जारी है। मंगलवार को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर बड़े अभियान के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो नक्सली मारे गए और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
गढ़चिरौली में एनकाउंटर
पखांजुर से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली जंगल में सी-60 कमांडो की टीम और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। जवाबी कार्रवाई में दो नक्सली ढेर हो गए। मौके से AK-47 रायफल सहित कई हथियार और नक्सल सामग्री बरामद की गई। इलाके में सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है ताकि बाकी नक्सलियों का पता लगाया जा सके।
कांकेर पुलिस की नई पहल
इधर कांकेर ज़िले में नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने मोस्ट वांटेड नक्सलियों के फोटो वाले बैनर और पोस्टर गांव-गांव में लगाने शुरू किए हैं। पुलिस ने इन नक्सलियों की जानकारी देने वालों को इनाम देने की घोषणा की है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि सूचना देने वालों का नाम और पता पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। यह पहल अंदरूनी इलाकों में नक्सली नेटवर्क को कमजोर करने के मकसद से की जा रही है।
शांति वार्ता का दावा
इस बीच नक्सल संगठन की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि संगठन सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है। पत्र में केंद्र सरकार से एक महीने का समय और सीजफायर की मांग की गई है ताकि औपचारिक बातचीत शुरू की जा सके।
सरकार का रुख
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पत्र की सत्यता की जांच की जाएगी, लेकिन सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी रहेगा। उनका कहना है कि जब तक पुख्ता सबूत नहीं मिलते, नक्सलवाद के खिलाफ अभियान में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।