आपके बच्चे का डिजिटल आईडी होगा तैयार, जानें क्या है APAAR ID

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत राज्य के सभी स्कूली छात्रों के लिए एक पहचान, APAAR ID (Automated Permanent Academic Account Registry) जारी करने का फैसला किया है। यह कदम छात्रों की शैक्षिक प्रगति को ट्रैक करने और उनके भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करने की दिशा में उठाया गया है।

क्या है APAAR ID?

APAAR ID एक अद्वितीय, आजीवन वैध पहचान संख्या होगी जो प्रत्येक छात्र को दी जाएगी। यह आईडी छात्र के शैक्षणिक रिकॉर्ड, जैसे परीक्षा परिणाम, कौशल, और अन्य उपलब्धियों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संग्रहित करेगी। छात्र भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए इस आईडी का उपयोग कर सकेंगे।

APAAR ID के लाभ

  • शैक्षिक रिकॉर्ड का डिजिटल संग्रह: सभी शैक्षणिक विवरण एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे।
  • पारदर्शिता: छात्रों की प्रगति को ट्रैक करना आसान होगा।
  • भविष्य के लिए तैयारी: छात्रों को अपनी आगे की पढ़ाई या करियर के लिए योजना बनाने में मदद मिलेगी।
  • एक राष्ट्रीय पहचान: “एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी” की अवधारणा को मजबूत करेगा।

कैसे बनाया जाएगा APAAR ID?

  • माता-पिता की सहमति: APAAR ID बनाने के लिए माता-पिता या अभिभावक की सहमति अनिवार्य होगी।
  • शाला स्तरीय बैठक: स्कूलों में पालक-शिक्षक बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें माता-पिता को इस पहल के बारे में जानकारी दी जाएगी।
  • UDISEplus पोर्टल: छात्रों और उनके अभिभावकों की जानकारी UDISEplus पोर्टल पर दर्ज की जाएगी।
  • आधार कार्ड: छात्रों का आधार कार्ड अनिवार्य है। जिन छात्रों के पास आधार कार्ड नहीं है, उनके लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।

कौन से छात्रों के लिए पहले बनाया जाएगा APAAR ID?

पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए APAAR ID बनाए जाएंगे। इसके बाद कक्षा 6 से 8 और फिर कक्षा 1 से 5 के छात्रों के लिए यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

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