Article 370 Review : जब आदित्य सुहास जांभले जैसा कोई फिल्मकार ‘आर्टिकल 370’ जैसे देश और कश्मीर से जुड़े ऐतिहासिक फैसले पर फिल्म बनाता है, तो यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि फिल्म कितनी विश्वसनीय होगी।
यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘आर्टिकल 370’ सत्य घटनाओं पर आधारित होने का दावा करती है, और फिल्म में कई तथ्यात्मक पहलुओं को दर्शाया गया है। फिल्म दर्शकों को 2016 से 2024 तक जम्मू और कश्मीर में हुए घटनाक्रमों की जानकारी देती है, जिसमें बुरहान वानी के मारे जाने से लेकर राज्य सरकार के पतन और राष्ट्रपति शासन लागू होने तक की कहानी शामिल है।
हालांकि, फिल्म में कुछ सिनेमाई लिबर्टी भी ली गई है। यह स्वाभाविक है क्योंकि फिल्म का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि मनोरंजन भी करना है। फिल्म में थ्रिलर का तड़का दर्शकों को बांधे रखने में मदद करता है।
कलाकारों का दमदार अभिनय फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। यामी गौतम, प्रियमणि, अरुण गोविल और किरण करमार्कर ने अपनी भूमिकाओं में जान डाल दी है।
कुल मिलाकर, ‘आर्टिकल 370’ एक अच्छी फिल्म है, जो दर्शकों को जम्मू और कश्मीर में हुए घटनाक्रमों के बारे में जानकारी देती है। फिल्म में कुछ कमियां हैं, लेकिन कलाकारों का दमदार अभिनय इसे देखने लायक बना देता है।