कवर्धा (कबीरधाम)। बजरंग दल के कार्यकर्ता पिछले तीन दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। आरोप है कि उनके दो कार्यकर्ता सागर साहू और पुरन पाली को फर्जी एफआईआर के तहत जेल भेजा गया है। इसी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने भारत माता चौक में मुंडन कर नगाड़ा बजाते हुए प्रदर्शन किया, जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे गौ सेवक हैं और उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि
- गौ सेवकों पर फर्जी FIR दर्ज करना बंद किया जाए।
- धर्मांतरण कराने वालों को गिरफ्तार किया जाए।
- विशेष समुदाय द्वारा संचालित एक स्कूल की मान्यता रद्द की जाए।
- और एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया जाए।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब लव जिहाद और साधराम हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ा गया था, तब पुलिस ने उनका वीडियो सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन गौ रक्षकों की गिरफ्तारी का वीडियो सार्वजनिक किया गया, जो पक्षपातपूर्ण रवैया दर्शाता है।
मंगलवार को थाना घेराव और तनाव
इससे पहले मंगलवार को कवर्धा में सैकड़ों बजरंग दल और गौ रक्षक समिति के कार्यकर्ता सिटी कोतवाली पहुंचे और घेराव कर नारेबाजी शुरू कर दी थी। पुलिस से उनकी मांग थी कि सागर साहू और पुरन पाली के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाए।
हालांकि, कुर्मी समाज ने आरोप लगाया था कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके समाज के युवक आनंद के साथ मारपीट की है। इसी शिकायत के आधार पर सागर, पुरन और अन्य पर मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
बजरंग दल इस पूरे मामले को हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय बता रहा है और चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं, प्रदर्शन और भूख हड़ताल जारी रहेगी।