बालोद। 22 मार्च को हुए एक कथित सड़क हादसे की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मोहला विकासखंड के शेरपार हायर सेकंडरी स्कूल की शिक्षिका बरखा वासनिक की मौत एक सामान्य दुर्घटना नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित हत्या थी, जिसे उनके इंजीनियर पति शीशपाल वासनिक ने अपने साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया।
क्या था मामला?
22 मार्च की शाम करीब 4:15 बजे बरखा वासनिक और उनकी साथी मथुरा मंडावी स्कूटी से लौट रहीं थीं, जब मानपुर रोड पर बंजरंग बली मंदिर के पास उनका एक्सीडेंट हो गया। बरखा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मथुरा घायल हो गईं। पुलिस ने इसे शुरू में सड़क दुर्घटना मानकर मामला दर्ज किया था।
जांच ने बदला घटनाक्रम
जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ी, सच्चाई सामने आने लगी। शेरपार स्कूल के छात्रों ने बताया कि एक सफेद बोलेरो सवार व्यक्ति स्कूल टाइम और बरखा से संबंधित जानकारी इकट्ठा कर रहा था। तकनीकी निगरानी और पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में सुपेला भिलाई निवासी कयामुद्दीन (24 वर्ष) का हाथ था, जो आरोपी शीशपाल वासनिक के कहने पर वारदात में शामिल हुआ।
हत्या की साजिश ऐसे रची गई
- शीशपाल और बरखा की शादी 2016 में हुई थी, लेकिन घरेलू विवाद के चलते बरखा अपने मायके दुर्ग में रह रही थी।
- शीशपाल ने क्राइम स्टोरी और इन्वेस्टिगेशन से बचने वाले यूट्यूब वीडियो देखकर हत्या की योजना बनाई।
- उसने अपने मोबाइल का लोकेशन छिपाने के लिए विभाग के मोबाइल नंबरों की सूची बनाई और स्वीपर राहुल रात्रे को फर्जी कॉल करने के निर्देश दिए।
- 22 मार्च को सुबह शीशपाल और कयामुद्दीन बोलेरो लेकर दुर्ग से शेरपार पहुंचे, स्कूल छूटने के समय की जानकारी ली और घटना को अंजाम देने के लिए बंजरंग बली मंदिर के पास का मोड़ चुना।
हत्या की क्रूर सच्चाई
जैसे ही बरखा की स्कूटी मंदिर के पास पहुंची, बोलेरो में सवार आरोपीगण ने स्कूटी को पीछे से टक्कर मारी। गिरने के बाद शीशपाल ने लोहे की रॉड से पत्नी के सिर और पीठ पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया, फिर बोलेरो से फरार हो गया।
सबूत और गिरफ्तारियां
- आरोपी शीशपाल और कयामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
- हत्या में प्रयुक्त बोलेरो वाहन, लोहे की रॉड, मोबाइल फोन, फर्जी कॉल लिस्ट जब्त की गई है।
- शीशपाल के यूट्यूब हिस्ट्री में हत्या और जांच से बचने के वीडियो देखे गए हैं।