Balod : बालोद जिले के ग्राम डेंगरापार में स्थित हरदेवलाल बाबा का मंदिर अपने अद्वितीय परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। जब किसी की मन्नत पूरी होती है, तो श्रद्धालु मिट्टी और सीमेंट से बने घोड़े और हाथी बाबा को चढ़ाते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और आज भी भक्तों में अत्यधिक श्रद्धा के साथ निभाई जाती है।
बालोद जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर इस मंदिर में हर साल नवरात्र और दशहरे के बाद प्रथम मंगलवार को विशाल देव दशहरा मेला आयोजित होता है। इस मेले के दौरान सैकड़ों श्रद्धालु विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और अपनी मन्नत पूरी होने पर बाबा को मिट्टी और सीमेंट से बनी प्रतिमाएं अर्पित करते हैं।
इस वर्ष भी बाबा के दरबार में 500 से अधिक मिट्टी और सीमेंट से बने घोड़े और हाथी चढ़ाए गए, जिससे भक्तों की असीम श्रद्धा और आस्था का प्रमाण मिलता है। मेला एक भव्य आयोजन के रूप में मनाया जाता है, जहां दूर-दूर से लोग बाबा के दर्शन और मन्नत पूरी होने की आस्था के साथ आते हैं।