Raipur : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोहारीडीह घटना को लेकर राज्य सरकार और गृह मंत्री विजय शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पांच सवाल किए हैं। उन्होंने कवर्धा को ‘अपराध की राजधानी’ घोषित किया और कहा कि वहां के बढ़ते अपराध के पीछे गृह मंत्री की भूमिका है। उन्होंने गृह मंत्री पर स्थानीय लोगों को धमकाने का भी आरोप लगाया। इस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के आरोपों को निराधार बताया और उन्हें जाँच प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी।
भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान बस्तर में 31 नक्सलियों को मार गिराने पर जवानों की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दीं। इसके बाद उन्होंने लोहारीडीह की घटना पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि कचरू साहू के शव का दोबारा पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ, जबकि इसके लिए पत्र भेजा गया था। दूसरा सवाल था कि प्रशांत साहू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या निष्कर्ष निकला। तीसरा, जो 69 लोग गिरफ्तार हुए थे, उनके खिलाफ कौन-कौन सी धाराएं लगाई गईं। चौथा, 169 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है, वे कौन लोग हैं? और अंत में उन्होंने दंडाधिकारी जांच के दायरे और दोषी पुलिस अफसरों के खिलाफ एफआईआर की मांग की।
भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि लोहारीडीह में झनक नाम का व्यक्ति कचरू के साथ गया था, लेकिन उससे कोई पूछताछ नहीं की गई और वह अब भी गाँव में खुलेआम घूम रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कवर्धा में हत्या, बलात्कार और जुआ-सट्टा के मामले पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा हो रहे हैं, जिससे यह जिला अपराध की राजधानी बन चुका है। उन्होंने गृह मंत्री विजय शर्मा पर आरोप लगाया कि वे स्थानीय लोगों को धमका रहे हैं, खासकर एक बच्ची को मोबाइल पर बात करने को लेकर धमकाने का मामला उठाया।
इस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान पलटवार करते हुए कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री जाँच एजेंसियों को अपना काम करने दें और खुद जाँच एजेंसी बनने की कोशिश न करें।” उन्होंने बघेल से सवाल किया कि जब बिरनपुर में भुनेश्वर साहू की हत्या हुई थी, तब वे गृह मंत्री क्यों नहीं गए? और जब कवर्धा में लोगों के साथ मारपीट हुई थी, तब मुख्यमंत्री क्यों नहीं गए थे? शर्मा ने स्पष्ट किया कि लोहारीडीह की घटना एक पारिवारिक विवाद है, और सरकार हर मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है।