भूतेश्वर महादेव : विश्व का सबसे बड़ा स्वयंभू शिवलिंग, अर्धनारीश्वर के रूप में होतीहै पूजा

Bhuteshwar Mahadev : गरियाबंद जिले में स्थित भूतेश्वर महादेव मंदिर, भगवान शिव के प्रति अटूट भक्ति और आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर, विश्व का सबसे बड़ा स्वयंभू शिवलिंग होने के लिए जाना जाता है, जो अपनी अद्भुत विशेषताओं और रहस्यमय शिवलिंग के कारण भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

भूतेश्वर महादेव शिवलिंग लगभग 70 फीट ऊंचा है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंभू शिवलिंग बनाता है। यह शिवलिंग हर साल लगभग 1-2 इंच बढ़ता है, जो वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए एक रहस्य बना हुआ है। इस शिवलिंग में एक हल्की दरार है, जो इसे अर्धनारीश्वर स्वरूप (भगवान शिव और देवी पार्वती का संयुक्त रूप) का प्रतीक बनाता है। छत्तीसगढ़ी भाषा में, “भकुर्रा” का अर्थ “हुंकारना” होता है। भक्तों का मानना ​​है कि भगवान शिव उनकी प्रार्थनाओं को सुनते हैं और उनकी रक्षा करते हैं।

भूतेश्वर महादेव शिवलिंग की उत्पत्ति और स्थापना के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है। माना जाता है कि यह शिवलिंग हजारों वर्षों पुराना है। इसकी खोज लगभग 30 वर्ष पहले हुई थी, जब यह घने जंगलों से घिरा हुआ था।

सावन और महाशिवरात्रि भूतेश्वर महादेव मंदिर में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार हैं। इन त्योहारों के दौरान, लाखों भक्त दर्शन और पूजा करने के लिए मंदिर में आते हैं।

भूतेश्वर महादेव मंदिर के आसपास कई प्राकृतिक और धार्मिक आकर्षण हैं, जैसे कि

  • भंडारदेव मंदिर
  • शिवनाथ नदी
  • घने जंगल

भूतेश्वर महादेव मंदिर, भगवान शिव के प्रति अटूट भक्ति और आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर अपनी अद्भुत विशेषताओं, रहस्यमय शिवलिंग और प्राकृतिक सुंदरता के कारण भक्तों और पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।

अगर आप छत्तीसगढ़ घूमने आ रहे हैं, तो भूतेश्वर महादेव मंदिर जरूर देखें। यह एक अद्भुत और पवित्र स्थान है।

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