लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जनवरी 2024 को ट्वीट कर इसकी घोषणा की। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है और देश के लिए गर्व का क्षण है।
आडवाणी जी भारतीय राजनीति में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व रहे हैं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया, भारतीय जनता पार्टी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 2002 से 2004 तक उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक मूल्यों और लोकतंत्र के प्रबल समर्थक हैं।
उनका राजनीतिक जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के लिए अपना योगदान दिया है।
आडवाणी जी राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक थे। उन्होंने 1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी, जिसने आंदोलन को गति प्रदान की थी।
मोदी सरकार का आडवाणी जी को भारत रत्न देने का फैसला उनके राजनीतिक जीवन और राम मंदिर आंदोलन में उनके योगदान के लिए एक सम्मान के रूप में देखा जा सकता है। यह फैसला भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि आडवाणी जी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे हैं।
यह सम्मान न केवल आडवाणी जी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। यह उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं।