रायपुर। रायपुर जंगल सफारी की 8 साल की बाघिन ‘बिजली’ को बेहतर इलाज के लिए आज हावड़ा-अहमदाबाद ट्रेन के जरिए गुजरात स्थित वनतारा जामनगर वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड केयर सेंटर भेजा गया। इससे पहले बाघिन की हालत का जायजा लेने के लिए वन मंत्री केदार कश्यप जंगल सफारी पहुंचे थे।
बीमारी और इलाज
जंगल सफारी अधिकारियों ने बताया कि 22 अगस्त से बाघिन बिजली को खाना खाने में समस्या आ रही थी। जांच में उसकी यूट्रस और ओरल में संक्रमण पाया गया। उच्च स्तरीय इलाज और देखभाल के लिए इसे वनतारा जामनगर भेजा गया है, जहां इसका इलाज लगभग एक महीने तक चलेगा।
ट्रेन से सुरक्षित परिवहन
जंगल सफारी के अधिकारियों ने दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी से संपर्क किया। मंडल रेल प्रबंधक दयानंद ने मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए हावड़ा मुख्यालय के अधिकारियों से चर्चा कर रायपुर स्टेशन से बाघिन को ट्रेन के जरिए गुजरात भेजने की अनुमति दी। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि यात्रियों को असुविधा न हो और बिजली बाघिन को सुरक्षा के साथ भेजा जाए।
वन मंत्री का बयान
वन मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि बाघिन बिजली जंगल सफारी में बीमार चल रही थी। बेहतर इलाज के लिए इसे वनतारा जामनगर भेजा गया है, जहां विशेषज्ञों की देखरेख में उसका स्वास्थ्य सुधारा जाएगा।