बिलासपुर। जिले के रेंज साइबर थाना ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है। ओडिशा के नक्सल प्रभावित दीपापल्ली क्षेत्र से तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद को बैंक अधिकारी बताकर लोगों से ओटीपी लेकर उनके खातों से लाखों रुपये ठगते थे।
KYC अपडेट के नाम पर की ठगी
सकरी निवासी जॉनसन एक्का ने पुलिस को शिकायत दी थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बताया और KYC अपडेट के नाम पर ओटीपी प्राप्त कर उनके खाते से ₹26,74,701 की ठगी की। इस पर थाना सकरी में BNS की धाराओं 61(2), 317(5), 318(4), 111(4), 323 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
ठगों तक ऐसे पहुंची पुलिस
जांच में सामने आया कि आरोपी फर्जी सिम और दस्तावेजों के जरिए बैंक खाते खोलते और फिर उन खातों में लोन की राशि ट्रांसफर कर निकाल लेते थे। साइबर पोर्टल रिपोर्ट और बैंक स्टेटमेंट के आधार पर संदेहियों की पहचान कर पुलिस की विशेष टीम ओडिशा भेजी गई।
कृष्णा लूहा को भागने की कोशिश करते वक्त गिरफ्तार किया गया और पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार किया। फिर उसकी निशानदेही पर गुलेख कुम्हार और पंकज कुमार खैतान को भी गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी और न्यायिक कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपी हैं:
- कृष्णा लूहा (42 वर्ष, सोनपुर, ओडिशा)
- गुलेख कुम्हार (40 वर्ष, सोनपुर, ओडिशा)
- पंकज कुमार खैतान (44 वर्ष, राउरकेला)
तीनों को 23 मई 2025 को विधिवत गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर बिलासपुर लाया गया, और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
इस कार्रवाई में शामिल रहे अधिकारी
इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) अनुज गुप्ता, सीएसपी निमितेश सिंह, और रेंज साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा सहित पूरी टीम ने सराहनीय योगदान दिया।