दुर्ग। सरकारी जमीन को फर्जी कागजातों से अपने नाम कर बेचने के आरोप में भाजपा पार्षद और एमआईसी सदस्य संतोष नाथ उर्फ जलंधर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वैशाली नगर पुलिस इस मामले में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
जांच में सामने आया कि जलंधर सिंह ने उद्योग विभाग और अन्य की निजी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें अपने नाम पर रजिस्ट्री कराया और फिर बेच दिया। मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
आरोपी पार्षद पहले निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल हुआ था, बाद में भाजपा सरकार बनने पर भाजपा की सदस्यता ले ली। जलंधर के खिलाफ एक अन्य जमीन फर्जीवाड़े का केस भी दर्ज है, जिसमें कोहका वार्ड 14 बाबादीप सिंह नगर की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप है।
इस मामले में धारा 420, 467, 468, 471 और 120-बी भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया था। पहले से गिरफ्तार 10 आरोपियों के बाद अब मुख्य आरोपी जलंधर को भी न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।