महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में धान खरीदी में बड़ा घोटाला सामने आया है। पिथौरा ब्लॉक के सागुनढ़ाप धान खरीदी केंद्र में खरीफ वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 1514.40 क्विंटल धान की गड़बड़ी पाई गई है। इसकी कुल कीमत करीब 46 लाख 94 हजार 640 रुपए बताई जा रही है।
किसानों ने खोला पोल
जानकारी के अनुसार, करीब एक सप्ताह पहले ग्रामीण सेवा सहकारी समिति सागुनढ़ाप (पंजीयन क्रमांक 1274) में किसान सभा आयोजित की गई थी। सभा के दौरान किसानों ने खरीदी केंद्र के आय-व्यय और धान खरीदी से जुड़े दस्तावेजों की जांच की। तभी गड़बड़ी का खुलासा हुआ। किसानों का कहना है कि यह धान खरीदी पूरी तरह से फर्जी है और इसमें जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत है।
जिम्मेदारों पर लगे गंभीर आरोप
किसानों ने खरीदी केंद्र के अध्यक्ष मथामणी बढ़ाई, प्रभारी हरिलाल साव और कंप्यूटर ऑपरेटर धर्मेंद्र प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि इन लोगों ने अपने परिचितों के नाम पर बोगस धान खरीदी कराई और मनमानी तरीके से पूरे सिस्टम को चलाया। इससे असली किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
जांच और कार्रवाई की मांग
घोटाले का खुलासा होते ही क्षेत्र के किसान खुलकर सामने आ गए हैं। वे प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक इस मामले में जिम्मेदारों को सजा नहीं मिलती, तब तक ऐसी गड़बड़ियां रुकने वाली नहीं हैं।
कलेक्टर ने दिया आश्वासन
महासमुंद कलेक्टर विनय लंगेह ने मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि इस संबंध में शिकायत मिली है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई होगी।