सी-मार्ट और मदर्स मार्केट में ताला, 4 करोड़ का घोटाला?

छत्तीसगढ़: सी-मार्ट और मदर्स मार्केट, जिनकी शुरुआत महिलाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से की गई थी, अब बंद पड़े हैं। लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए इन बाजारों में ताला लटक रहा है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह करोड़ों का घोटाला है?

विधायक देवेंद्र यादव और महापौर नीरज पाल ने मदर्स मार्केट का रिनोवेशन कराया था और इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए पूर्व सीएम के हाथों इसका लोकार्पण भी कराया था। लेकिन अब यह बाजार बंद है और करोड़ों रुपये बेकार हो गए हैं।

मदर्स मार्केट की दुकानें उन महिला समूहों को दी गई थीं जो हस्तशिल्प, पापड़, आचार, साबुन, अगरबत्ती, शहद और हैंडलूम का निर्माण करती हैं। लेकिन उद्घाटन के चार महीने बाद ही ग्राहक आना बंद हो गए और दुकानें बंद हो गईं। सी-मार्ट का भी यही हाल है। यह अब महिलाओं के रोजगार का साधन नहीं, बल्कि नशेड़ियों का अड्डा बन गया है।

नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि मदर मार्केट और सी-मार्ट के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, इन बाजारों के माध्यम से 35 हजार महिलाओं को रोजगार देने की बात कही गई थी। लेकिन आज यहां कोई काम नहीं हो रहा है।

नगर निगम के महापौर नीरज पाल का कहना है कि सी-मार्ट महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की अच्छी योजना थी। लेकिन सरकार बदलने के बाद भाजपा सरकार ने इसमें रूचि नहीं दिखाई और यह बंद हो गए।

You May Also Like

More From Author