raipur: Cataract operation training: देशभर के नेत्र विशेषज्ञ रायपुर मेडिकल कालेज में चीरा विधि के माध्यम से मोतियाबिंद की सर्जरी की ट्रेनिंग ले सकेंगे। यहां के क्षेत्रीय नेत्र संस्थान को केंद्र सरकार द्वारा सआईसीएस की मान्यता दी है। इसके पहले राज्य में इस तरह की ट्रेनिंग एक निजी अस्पताल के माध्यम से दी जाती थी। जानकारी के मुताबिक राज्य को मोतियाबिंद अंधत्वरहित करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। राज्य के क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान का संचालन शासकीय मेडिकल कालेज रायपुर में किया जाता है।
आठ जिलों की पुष्टि :
Cataract operation training: रायपुर समेत आठ जिले मोतियाबिंद बैकलॉग फ्री की दस्तावेजी प्रक्रिया भी पूरी कर चुके हैं। कांकर और जिले के लिए यह प्रक्रिया अभी शेष है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर इन आठ जिलों को प्रमाणपत्र दिया जा चुका है मगर केंद्र सरकार की ओर से इसे हरी झंडी नहीं मिली है। इसके लिए केंद्रीय टीम के छत्तीसगढ़ आने का इंतजार किया जा रहा है।
सीआईसीएस की ट्रेनिंग अनिवार्य:
Cataract operation training: केंद्र सरकार द्वारा इसे स्मॉल इनिसिएशन कैटरेक्ट सर्जरी (सीआईसीएस) की मान्यता प्रदान की है। इसके बाद राज्य के साथ दूसरे राज्यों के नेत्र विशेषज्ञ यहां आकर मोतियाबिंद की सर्जरी के लिए उपयोग की जाने वाली चीरा विधि का प्रशिक्षण ले सकेंगे। जानकारी के मुताबिक अभी राजधानी के एक निजी अस्पताल में यह ट्रेनिंग दी जाती है। मेकाहारा राज्य का पहला शासकीय संस्थान होगा। अंधत्व निवारण कार्यक्रम के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा के मुताबिक नेत्र विशेषज्ञों को लिए सीआईसीएस की ट्रेनिंग अनिवार्य होती है। इसके माध्यम से वे मोतियाबिंद की सर्जरी में अधिक पारंगत हो जाते हैं।