रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सीबीआई ने सेंट्रल जीएसटी (सीजीएसटी) कार्यालय में रिश्वतखोरी के मामले में छापा मारा। इस दौरान कस्टमेटिक कारोबारी से 5 लाख की रिश्वत लेते हुए सीजीएसटी अधीक्षक भरत सिंह और वाहन चालक विनय राय को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई की टीम ने टिकरापारा स्थित सीजीएसटी दफ्तर पर छापेमारी कर मामले की जांच शुरू की।
सीबीआई की कार्रवाई और जांच का दायरा बढ़ा
सीबीआई की प्रिवेंशन टीम ने दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया, जहां से 5 दिन की रिमांड मंजूर की गई। इस दौरान दोनों के बयान और वॉयस सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा रिश्वत के लेनदेन में मध्यस्थता करने वाले और इस भ्रष्टाचार में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
कैसे सामने आया मामला?
सीजीएसटी की टीम ने 28-29 जनवरी को दुर्ग के स्टेशन रोड स्थित मेसर्स वर्ल्ड ऑफ ब्यूटी पर छापा मारा था। इस दौरान गड़बड़ी पकड़ में आने पर संचालक लालचंद अठवानी से 34 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। एक व्यक्ति मिश्रा ने इस सौदे को सेट कराने का आश्वासन दिया।
31 जनवरी की शाम सीबीआई की टीम ने वीआईपी रोड स्थित करेंसी टावर के पास 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए वाहन चालक विनय राय को गिरफ्तार किया। इसके बाद मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई ने सीजीएसटी कार्यालय में दबिश दी।
आरोपियों की तलाश जारी
रिश्वतखोरी मामले में एक अन्य अधीक्षक का नाम सामने आया है, जबकि मध्यस्थता करने वाले व्यक्ति का भी लोकेशन ट्रेस कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई है।
सीबीआई ने दुर्ग के कास्टमेटिक कारोबारी के ठिकानों से कई दस्तावेज और फाइलें जब्त की हैं। इस घोटाले में शामिल सभी संदिग्ध अधिकारियों और कर्मचारियों को समन जारी करने की तैयारी चल रही है।