छत्तीसगढ़ में यात्रियों की सुरक्षा पर एक गंभीर सवाल खड़ा हो गया है। चलती बस में सफर कर रहे एक बड़े व्यापारी उठाईगीरी (Pickpocketing) का शिकार हो गए हैं। शातिर चोरों ने बड़ी सफाई से उनके बैग से लगभग 90 लाख रुपये नकद के साथ-साथ भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए। यह वारदात इतनी बड़ी है कि पुलिस इसे किसी अंतर्राज्यीय या पेशेवर गिरोह का काम मान रही है।
घटना का विवरण
- पीड़ित: [सुरक्षा कारणों से नाम यहाँ नहीं दिया गया, लेकिन यदि स्रोत में हो तो डालें]
- नुकसान: करीब 90 लाख रुपये कैश और कीमती सोने-चांदी के आभूषण।
- स्थान: घटना [बस के रूट का नाम, जैसे रायपुर से बिलासपुर या बस्तर] के बीच हुई।
- तरीका: व्यापारी [बताया जा रहा है कि वे किसी व्यापारिक सौदे के लिए यह रकम और जेवर ले जा रहे थे।] बस में यात्री की भीड़ का फायदा उठाकर या सफर के दौरान नींद लगने पर, चोरों ने ब्लेड या कटर का इस्तेमाल कर उनके बैग को काटा और बड़ी सफाई से रकम निकाल ली। व्यापारी को तब पता चला जब वे अपने गंतव्य पर पहुँचे और बैग चेक किया।
व्यापारिक समुदाय में दहशत
इतनी बड़ी लूट की खबर से पूरे प्रदेश के व्यापारी वर्ग में दहशत फैल गई है। - व्यापारी संगठनों ने सार्वजनिक परिवहन और इंटर-स्टेट बसों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस से सवाल किए हैं।
- पुलिस का मानना है कि यह वारदात सामान्य चोरों का काम नहीं है, बल्कि यह गिरोह पहले से ही व्यापारी पर नजर रखे हुए था।
पुलिस ने शुरू की हाई-लेवल जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग हाई-लेवल जांच में जुट गया है। - पुलिस ने बस के रूट, बस में सवार यात्रियों की सूची और चालक-परिचालक से गहन पूछताछ शुरू कर दी है।
- चोरी हुए माल और नकदी की बरामदगी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आसपास के जिलों में नाकेबंदी कर दी गई है।
- वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जल्द ही इस पेशेवर गिरोह को पकड़ने और व्यापारी के नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन दिया है।