छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री (Deputy CM) अरुण साव ने जनता से सीधे जुड़ने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लिए अपने सहयोग केंद्र में विशेष समय दिया। इस दौरान, उन्होंने न सिर्फ लोगों की शिकायतें सुनीं, बल्कि कई अधिकारियों को तुरंत फोन करके कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
एक ही दिन में, उप-मुख्यमंत्री ने लगभग 300 से अधिक विभिन्न मामलों को सुना और उनका निराकरण सुनिश्चित किया, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिली है।
समस्याओं का त्वरित समाधान
सहयोग केंद्र में बड़ी संख्या में आम नागरिक अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं को लेकर उप-मुख्यमंत्री से मिलने पहुँचे।
- तुरंत एक्शन: डिप्टी सीएम ने कई शिकायतों पर अनावश्यक विलंब को देखते हुए संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर ही फोन लगाया। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तय समय सीमा के भीतर समस्या का समाधान करके रिपोर्ट देने का सख्त निर्देश दिया।
- प्रमुख मामले: सहयोग केंद्र में मुख्य रूप से राजस्व विभाग से संबंधित मामले (सीमांकन, नामांतरण), बिजली-पानी की समस्याएँ, स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही, और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ न मिलने जैसी शिकायतें सामने आईं।
जनता को बड़ी राहत
उप-मुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि सहयोग केंद्र का उद्देश्य सत्ता और जनता के बीच की दूरी को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि 300 से अधिक मामलों का संज्ञान लिया गया है और कई मामलों में शिकायतकर्ताओं की आँखों के सामने ही समाधान की दिशा में कदम उठाए गए हैं। - उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि जनता के कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- यह पहल दर्शाती है कि राज्य सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता दे रही है।